CTET Exam 2023|जीन पियाजे का सिद्धांत से पिछले 10 वर्षों में पूछे गये प्रश्न

प्रिय उम्मीदवार, CTET Exam 2023 में जीन पियाजे का संज्ञानात्मक विकास से संबंधित प्रश्न पूछा जाना अवश्यंभावी है। बल्कि हर बार कम से कम 2 प्रश्न CTET Exam में जीन पियाजे का संज्ञानात्मक विकास से पूछे जाते हैं। अत: आपको भी यह प्रश्न बहुत ही उपयोगी साबित होगें। इसलिए इन प्रश्नों को दो से तीन बार अवश्य पढ़े। CTET Exam 2023 के लिए शुभकामनाएँ!!!

CTET Exam 2023|जीन पियाजे का सिद्धांत से पिछले 10 वर्षों में पूछे गये प्रश्न
CTET Exam 2023|जीन पियाजे का सिद्धांत से पिछले 10 वर्षों में पूछे गये प्रश्न

CTET Exam 2023|जीन पियाजे का सिद्धांत से पिछले 10 वर्षों में पूछे गये प्रश्न

प्रश्न 1 – निम्नलिखित व्यवहारों में से कौन सा जीन पियाजे के द्वारा प्रस्तावित मूर्त संक्रियात्मक अवस्था को विशेषित करता है (CTET 2019)

1. आस्थगित अनुकरण, पदार्थ स्थायित्व

2. प्रतीकात्मक खेल, विचारों की अनुत्क्रमणीयता

3. परिकल्पित निगमनात्मक तर्क, साध्यात्मक विचार

4. संरक्षण, कक्षा समावेशन

उत्तर – 4) संरक्षण, कक्षा समावेशन

प्रश्न 2- बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सी जीन पियाजे की संरचना है (CTET 2019)

1. अनुबंधन

2. प्रबलन

3. स्कीमा

4. अवलोकन अधिगम

उत्तर – 3) स्कीमा

CTET English Pedagogy Questions with Answers | CTET English Mock Test

प्रश्न 3 – जीन पियाजे के सिद्धांत का प्रमुख प्रस्ताव है कि (CTET 2019)

1. बच्चों की सोच वयस्कों से बेहतर होती है

2. बच्चों की सोच मात्रात्मक रूप में वयस्कों से भिन्न होती है

3. बच्चों की सोच गुणात्मक रूप से वयस्कों से भिन्न होती है

4. बच्चों की सोच वयस्कों से निम्न होती है

उत्तर – 3) बच्चों की सोच गुणात्मक रूप से वयस्कों से भिन्न होती है

प्रश्न 4 – जीन पियाजे के अनुसार बच्चे (CTET 2019)

1. प्रेक्षणात्मक अधिगम की प्रक्रिया का अनुसरण करते हुए दूसरों का अवलोकन करके सीखते हैं

2. उद्दीपन अनुक्रिया संबंधों के सावधानीपूर्वक नियंत्रण के द्वारा एक विशेष तरीके से व्यवहार करने के लिए अनुबंधित किया जा सकता है

3. पुरस्कार एवं दंड के सिद्धांतों का प्रयोग करते हुए विशिष्ट तरीके से व्यवहार करना एवं सीखना सिखाया जा सकता है

4. ज्ञान को सक्रिय रुप से संरचित करते हैं जैसे-जैसे वे दुनिया में व्यवहार कौशल का प्रयोग करते हैं तथा अन्वेषण करते हैं

उत्तर – 4) ज्ञान को सक्रिय रुप से संरचित करते हैं जैसे-जैसे वे दुनिया में व्यवहार कौशल का प्रयोग करते हैं तथा अन्वेषण करते हैं

प्रश्न 5 – निम्नलिखित में कौन सा कथन जीन पियाजे के सिद्धांत के अनुसार कहा नहीं जा सकता (CTET 2018)

1. विकास गुणात्मक चरणों में होता है

2. बच्चे अपनी दुनिया के बारे में ज्ञान का निर्माण और उपयोग करते हैं

3. निरंतर अभ्यास से अधिगम होता है

4. बच्चे अपने पर्यावरण पर क्रिया करते हैं

उत्तर – 3) निरंतर अभ्यास से अधिगम होता है

सीटैट संस्कृत पेडागोजी | CTET Sanskrit Mock Test

प्रश्न 6 – ……………. के विचारों से बच्चे सक्रिय ज्ञान निर्माता तथा नन्हें वैज्ञानिक है जो संसार के बारे में हफ्ते सिद्धांतों की रचना करते हैं (CTET 2016)

1. स्किनर

2.पॉवलाव

3.युंग

4.पियाजे

उत्तर – 4) पियाजे

प्रश्न 7 – जीन पियाजे के अनुसार बच्चों का चिंतन वयस्कों से………..में भिन्न होता है बजाय ……….के (CTET 2016)

1. मात्रा, प्रकार

2. आकार, मूर्तपरकता

3. प्रकार, मात्रा

4. आकार, किस्म

उत्तर – 3) प्रकार, मात्रा

प्रश्न 8 – जीन पियाजे के अनुसार 2 से 7 वर्ष के बीच एक बच्चा संज्ञानात्मक विकास की ………अवस्था में है (CTET 2015)

1. पूर्व संक्रियात्मक

2. औपचारिक संक्रियात्मक

3. मूर्त संक्रियात्मक

4. संवेदी – गतिक

उत्तर – 1) पूर्व संक्रियात्मक

CTET NCF- 2005 MCQ’S | सीटैट में पिछले 10 वर्षों में NCF-2005 से पूछे गये प्रश्न

प्रश्न 9 – जीन पियाजे के सिद्धांत के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा व्यक्ति के संज्ञानात्मक विकास को प्रभावित नहीं करेगा

1. भाषा

2. सामाजिक अनुभव

3. परिपक्वन

4.क्रियाकलाप

उत्तर – 2) सामाजिक अनुभव

प्रश्न 10 – निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही मिलान वाला जोड़ा है

1. मूर्त संक्रियात्मक बच्चा – साधारण एवं वर्गीकरण करने योग्य

2.औपचारिक संक्रियात्मक बच्चा – अनुकरण प्रारंभ, कल्पनापरक खेल

3. शैशवावस्था – तर्क का अनुप्रयोग और अनुमान लगाने में सक्षम

4.पूर्व संक्रियात्मक बच्चा – निगमनात्मक विचार

उत्तर – 1) मूर्त संक्रियात्मक बच्चा  – साधारण एवं वर्गीकरण करने योग्य

और भी पढ़ें

CTET NCF 2005 MCQ’s | सीटैट में पिछले दस वर्षों में NCF 2005 से पूछे गये प्रश्न

Abhyas Classes के माध्यम से हम प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों की मदद करने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं। हमें यह पूर्ण विश्वास भी है, कि धन, समय और दूरी जैसी अनेक बाधाओं को समाप्त कर, गुणवत्ता वाली इस अध्ययन प्रणाली के द्वारा हम सभी उम्मीदवारों की भरसक सहायता कर सकें। आशा है कि इस लेख से आप सभी को मदद मिलेगी। शुभकामनाएं!

आप हमारे यूट्यूब चैनल Abhyas classes पर विजिट करें।

Leave a Comment